जीवन बीमा लेने से पहले जानने योग्य बातें

यदि आप जीवन बीमा ले रहे हैं तो यहाँ पढ़ें जीवन बीमा लेने से पहले जानने योग्य बातें. जान लें कि जीवन बीमा क्या होता है. किसे जीवन बीमा की जरूरत है और कितना जीवन बीमा लेना चाहिए. जीवन बीमा कितने प्रकार के होते हैं और बीमा का प्रीमियम कैसे निर्धारित होता है. यूलिप पालिसी लेने में किस प्रकार का रिस्क रहता है. बीमा के बारे में अधिक जानकारी और अन्य पहलुओं को जानने के लिये बीमा पर हमारा लेख विस्तार से पढ़ें। Points to note in Hindi before taking Life Insurance.



जीवन बीमा लेने से पहले जानने योग्य बातें
जीवन बीमा लेने से पहले जानने योग्य बातें

जीवन बीमा लेने से पहले जानने योग्य बातें

सावधान! यह आपके साथ भी हो सकता है. निवेश के नाम पर झूठा प्रचार और लम्बे चौड़े वादे कर के भोले भाले ग्राहकों को कई बार मूर्ख बना दिया जाता है. अक्सर कुछ एजेंट  Insurance Agents आजकल कुछ इस तरह के पर्चे बांट कर लोगों को गुमराह कर रहे हैं जिसमें कहा गया है कि 30000 रु जमा करवा कर 16 लाख रु लें। आप सब से अनुरोध है कि इस तरह के किसी बहकावे में न आयें। यह पूरी तरह झूठ और फरेब पर आधारित है।



बड़े मैच्योरिटी राशि के लालच में ना आएँ

यदि कोई लाइफ इन्शुरन्स एजेंट आपको यह कह कर पालिसी बेचना चाहता है कि आपको बहुत बड़ी Maturity Value मिलेगी तो अपना गणित दुरुस्त कीजिये और बड़े मैच्योरिटी राशि का आधार क्या है इसको जरूर जान लीजिये.

केवल LIC ही नहीं कई निजी इंस्योरैंस एजेंट भी ऐसा करते हैं. Life Insurance लेने से पहले यह जरूर निश्चित कर लें कि आपको किस तरह का जीवन बीमा दिया जा रहा है। इसके लिये आप जीवन बीमा के प्रकार समझ लें। बीमा एजेंट ऐसा हो जो आपका विश्वसनीय हो और आप उस पर भरोसा कर सकते हों। यहां पढ़ें की आपका जीवन बीमा एजेंट कैसा होना चाहिये. साथ ही पढ़िए जीवन बीमा कैसे खरीदें हमारी साइट पर।

अपना जीवन बीमा प्लान समझ लें

जब भी बीमा लें उसके बारे में अच्छे से समझ लें. इंडोमेंट, टर्म इंश्योरेंस और यूलिप प्लान अलग अलग तरह के होते हैं. इन सब में बहुत फर्क होता है. एंडोमेंट प्लान में इन्शुरन्स कंपनी सालाना बोनस घोषित करती है जो कि बीमा राशी पर गिना जाता है. Maturity यानि परिपक्वता के समय बीमा राशी के साथ घोषित बोनस जोड़ कर दिया जाता है. टर्म इंश्योरेंस में जीवन पर बीमा तो होता है पर मैच्योरिटी के समय कुछ रिटर्न नहीं मिलता है। कुछ बीमा कंपनियां इन दोनों का मिश्रण कर के भी प्लान बना देतीं हैं। इसी लिये अपने प्लान को समझना आवश्यक है।

ULIP में होता है मार्केट में निवेश का जोखिम

यूलिप प्लान में आपके द्वारा दिया गया प्रीमियम चार्जेज काट कर इक्विटी अथवा डेट फण्ड में निवेश किया जाता है. Maturity यानि परिपक्वता राशी इसी निवेश पर आधारित होती है. इक्विटी यानी शेयर मार्किट में किया गया निवेश शेयर मार्किट की तरह ही रिस्की होता है.

यदि किसी यूलिप फण्ड ने भूत काल में अच्छा प्रदर्शन किया है तो इसका मतलब यह नहीं है कि भविष्य में भी वह ऐसा ही प्रदर्शन करेगा. फण्ड का प्रदर्शन हमेशा समय अनुसार घटता बढ़ता रहता है मगर अक्सर insurance बेचते समय  छोटे से समय अवधि में फण्ड के पिछले सबसे बेहतर प्रदर्शन को दिखा कर भविष्य के सपने दिखा दिए जाते हैं.

जीवन बीमा लेने से पहले अपनी आवश्यकता के अनुसार लें निर्णय

अक्सर लोग जीवन बीमा निवेश के तौर पर खरीद लेते हैं. जीवन बीमा की वास्तविक आवश्यकता को समझ कर ही जीवन बीमा खरीदें. याद रखें Life Insurance असाधारण रिटर्न प्राप्त करने के लिए नहीं है. Life Insurance का मुख्य उद्देश्य बीमित व्यक्ति के ना रहने पर परिवार को सुरक्षा प्रदान करना है. जीवन बीमा लेने से पहले जानने योग्य बातें जान कर ही फैसला करें.