जीवन बीमा को बंद कैसे करवाएं

जीवन बीमा को बंद कैसे करवाएं यदि आप अपना प्रीमियम नहीं दे पा रहे हैं तो। यदि आपको अपने जीवन बीमा का प्रीमियम देने में कठिनायी हो रही है और प्रीमियम की किश्त भरना मुश्किल हो रहा है तो आप अपनी जीवन बीमा पॉलिसी को बंद भी करवा सकते हैं। यहां आपको विस्तार से आसान हिंदी में समझाते हैं कि आप अपने जीवन बीमा को कैसे बंद करवा सकते हैं। How to close Life Insurance in Hindi.



जीवन बीमा को बंद कैसे करवाएं
जीवन बीमा को बंद कैसे करवाएं

जीवन बीमा को बंद कैसे करवाएं

जीवन बीमा लंबी अवधी का अनुबंध होता है। इसे जारी रखना बेहतर होता है क्योंकि आप अपने जीवन और परिवार की सुरक्षा के लिये इसे खरीदते हैं। यदि आप समय से पहले प्रीमियम देना बंद कर देते हैं या बीमा बंद करवाते हैं तो आप के जीवन से बीमा कवर हट जाता है और आपको आर्थिक नुकसान भी हो सकता है। फिर भी यदि लंबी अवधि तक बीमा का प्रीमियम देना संभव नहीं हो पा रहा है तो आपको बताते हैं कि सही तरीके से आप अपना जीवन बीमा कैसे बंद करवायें जिससे आपको कम से कम नुकसान हो।

Term Life Insurance पॉलिसी बंद करवाना

यदि आपके पास टर्म लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी है तो आप अपने प्रीमियम का भुगतान करना बंद कर दें तो पॉलिसी अपने आप लैप्स हो जाती है यानी जोखिम कवर बंद हो जाता है। आपको कोई अतिरिक्त शुल्क नहीं देना होता है।



Endowment या Money Back प्लान बंद करवाना

लेकिन यदि आपके पास ऐसी पॉलिसी है जिसमें एक भाग निवेश के लिये भी जाता है और मैच्युरिटी वैल्यू मिलती है जैसे कि परंपरागत एंडोमेंट प्लान या मनी बैक प्लान तो स्थिती दूसरी बन जाती है।

कम हो जायेगा रिटर्न

एंडोमेंट या मनी-बैक पॉलिसी अगर इसकी परिपक्वता तक जारी रहती है तो इसमें रिटर्न आम तौर पर 4-6 प्रतिशत के आसपास मिलता है। चूंकि जीवन बीमा पॉलिसी एक दीर्घकालिक अनुबंध है, यदि आप इसे पहले बंद कर देते हैं तो बीमा कंपनी द्वारा मूल परिपक्वता राशि कम कर दी जाती है और आपको मिलने वाला रिटर्न और भी कम हो जाता है।

सरंडर वैल्यू Surrender Value

आप यदि अपनी जीवन बीमा पॉलिसी को बंद करवाना चाहते हैं तो आपके पास दो विकल्प हैं, या तो अपनी पॉलिसी को पेडअप करवा लें या उसे सरंडर कर दें। इसके लिये यह जरूरी है कि आपने कम से कम तीन वर्ष के लिये प्रीमियम दे दिया हो। तीन साल तक प्रीमियम देने के बाद पॉलिसी की सरंडर वैल्यू बन जाती है। यदि पॉलिसी सरंडर वैल्यू तक नहीं पहुंची है तो हो सकता है कि पॉलिसी बंद करवाने पर आपको कुछ भी वापिस ना मिले।



पेडअप पॉलिसी Paidup

यदि आपने तीन या उससे अधिक साल के प्रीमियम का भुगतान कर दिया है और भविष्य में कोई प्रीमियम नहीं देना चाहते तो पॉलिसी को पेड-अप पॉलिसी में बदल सकते हैं। अब आपको पॉलिसी की मूल परिपक्वता तक इंतजार करना होगा। अब तक के घोषित बोनस पॉलिसी में जुड़े रहेंगे मगर भविष्य में कोई बोनस इसमें नहीं जुड़ेगा। आपका सम एश्योर्ड जितना प्रीमियम दिया है उसके अनुसार कम हो जायेगा। इसे पेडअप सम एश्योर्ड कहेंगे। आपकी पॉलिसी पर पेडअप सम एश्योर्ड कितना होगा यह अपनी बीमा कंपनी से आप जान सकते हैं।

परिपक्वता पर भुगतान Payment on Maturity

परिपक्वता के समय पेडअप सम एश्योर्ड और जो बोनस पहले से ही पॉलिसी में जुड़ चुका है, पॉलिसीधारक या नामित व्यक्ति को भुगतान किया जाएगा।

यदि कोई अपनी पॉलिसी को पेड-अप पॉलिसी में नहीं बदलना चाहता है और पूरी तरह से आपना बीमा बंद करवाना चाहता है तो वह पॉलिसी को सरेंडर कर सकता है।

पॉलिसी को सरेंडर करना Policy Surrender

जब आप अपनी बीमा कंपनी को सूचित करते हैं कि आप पॉलिसी को सरेंडर करना चाहते हैं, तो कंपनी आपके लिए भुगतान की जाने वाली सरेंडर वैल्यू यानी समर्पण मूल्य राशि की गणना करेगी। आपको भुगतान किये गये प्रीमियम से कम राशि वापिस मिलेगी मगर हो सकता है कि साथ में उस पर कुछ बोनस राशि भी मिल जाये। सरेंडर वैल्यू गिनने के लिये एक निर्धारित फार्मुला है जिसके अनुसार सरेंडर वैल्यू आपने जो कि कुल प्रीमियम के रूप में भुगतान किया है उससे कम होगी। यह फार्मुला भुगतान किये गये प्रीमियम के वर्षों पर निर्भर करता है। जितने अधिक वर्षों तक प्रीमियम का भुगतान किया गया होगा उतनी ही राशि में कटौती कम होगी। अपनी पॉलिसी की सरेंडर वैल्यू जानने के लिये आपको अपनी बीमा कंपनी से संपर्क करना चाहिये।

जीवन बीमा को बंद करवाने से पहले

जीवन बीमा को बंद करवाने से पहले यह सुनिश्चित कर लें कि आपके पास अन्य बीमा पॉलिसी के रूप में पर्याप्त जीवन कवर है जिससे कि किसी भी अचानक हुई दुर्घटना के समय आपके परिवार को आर्थिक सुरक्षा मिल सके।


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